गुरु गोबिंद सिंह: सिख धर्म के 10वें और आखिरी गुरु गोबिंद सिंह की जयंती हर साल पौष माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को मनाई जाती है। इस साल 17 जनवरी को गुरु गोबिंद सिंह जी की जयंती है.
गुरु गोबिंद सिंह जयंती 2024: सिख धर्म के 10वें और आखिरी गुरु गोबिंद सिंह जी की जयंती हर साल पौष माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को मनाई जाती है। इस साल 17 जनवरी को गुरु गोबिंद सिंह जी की जयंती है. गुरु गोबिंद सिंह जी वीरता और साहस के प्रतीक रहे हैं। खालसा पंथ की स्थापना गुरु गोबिंद सिंह जी ने की थी। गुरु गोबिंद सिंह जी जयंती को प्रकाश पर्व के रूप में मनाया जाता है। गुरु गोबिंद सिंह जी ने गुरु ग्रंथ साहिब को पूरा किया था। उनकी प्रेरणादायक शिक्षाओं का पालन करने से कोई भी व्यक्ति जीवन में कभी असफल नहीं हो सकता।
गुरु गोबिंद सिंह के विचार
मैं उन लोगों को पसंद करता हूँ जो सच्चाई के मार्ग पर चलते हैं।
अगर आप केवल भविष्य के बारे में सोचते रहेंगे, तो वर्तमान भी खो देंगे।
जब आप अपने अन्दर से अहंकार मिटा देंगे, तभी आपको वास्तविक शांति प्राप्त होगी।
ईश्वर ने हमें जन्म दिया है ताकि हम संसार में अच्छे काम करें और बुराई को दूर करें।
इंसान से प्रेम ही ईश्वर की सच्ची भक्ति है।
अच्छे कर्मों से ही आप ईश्वर को पा सकते हैं। अच्छे कर्म करने वालों की ही ईश्वर मदद करता है।
असहायों पर अपनी तलवार चलाने वाले का खून ईश्वर बहाता है।
बगैर गुरु के किसी को भगवान का नाम नहीं मिलता।
जितन संभव हो सके, जरूरतमंद लोगों की मदद करनी चाहिए।
अपनी कमाई का दसवां हिस्सा दान करें।
छोटे से छोटे काम में भी लापरवाही न बरतें। सभी कार्यों को लगन और मेहनत के साथ करें।
मनुष्य अनंत जीवन का एक भाग है इस जीवन का कोई अंत नहीं है। इसे अपने कर्मों से सुंदर बनाएं।
सत्कर्म कर्म के द्वारा सच्चा गुरु प्राप्त होता है और गुरु के मार्गदर्शन से भगवान मिलते हैं।
किसी भी व्यक्ति की चुगली और निंदा करने से बचें और किसी से ईर्ष्या करने के बजाय अपने कर्म पर ध्यान दें।
एक सुंदर जीवन के लिए आहार और व्यायाम ही काफी नहीं है, बल्कि गरीब और बेसहारा लोगों की सेवा भी जरूरी है।