डीएमडीके प्रमुख कैप्टन और अभिनेता-राजनेता विजयकांत का निधन हो गया है. DMK पार्टी के अनुसार, उनका कोविड टेस्ट पॉजिटिव आया था और सांस लेने में अत्यधिक दिक्कत होने के कारण उन्हें वेंटिलेटर में रखा गया था.
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अभिनेता-राजनेता और DMDK प्रमुख कैप्टन विजयकांत का निधन हो गया है. पार्टी के अनुसार, उनका कोविड टेस्ट पॉजिटिव आया था और सांस लेने में अत्यधिक दिक्कत होने के कारण उन्हें वेंटिलेटर में रखा गया था.
मंगलवार को DMDK ने कहा कि उन्हें नियमित स्वास्थ्य जांच के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. DMDK पार्टी ने कहा था कि विजयकांत “स्वस्थ” हैं और परीक्षण के बाद घर लौट आएंगे.लेकिन, आज पार्टी ने कहा कि उनका COVID-19 टेस्ट पॉजिटिव आया है और वह वेंटिलेटर सपोर्ट में हैं क्योंकि उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही है.
जिस MIOT Hospital में एक्टर विजयकांत भर्ती थे उसने मेडिकल बुलेटिन जारी करते हुए बताया, ‘निमोनिया के कारण भर्ती होने के बाद कैप्टन विजयकांत वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे. मेडिकल स्टाफ के सर्वोत्तम प्रयासों के बावजूद 28 दिसंबर 2023 (Thursday) की सुबह उनका निधन हो गया.’
BJP नेता खुशबू सुंदर का पोस्ट
भाजपा नेता खुशबू सुंदर ने Twiter पर पोस्ट करते हुए कहा,’हमने एक रत्न खो दिया है. एक्टर विजयकांत गोल्डन हार्ट वाला एक शख्स जो वास्तव में बहुत कुछ का हकदार था. हमारे प्यारे कैप्टन, हमारे विजयकांत. सर, आपकी आत्मा को शांति मिले. उनके परिवार, प्रशंसकों और समर्पित पार्टी कार्यकर्ताओं के प्रति गहरी संवेदना.ॐ शांति.’
एक्टर विजयकांत ने 154 फिल्मों में किया था काम
DMDK प्रमुख विजयकांत 20 नवंबर को भी अस्पताल में भर्ती हुए थे और इसी महीने अस्पताल से घर लौटे थे. विजयकांत का अस्पताल में सांस की बीमारी का इलाज चल रहा था. एक्टर विजयकांत की फिल्मी जर्नी शानदार रही और उन्होंने कई हिट फिल्में दी और 154 फिल्मों में अभिनय किया. फिल्मों के बाद वो Politics में आ गए. उन्होंने DMDK की स्थापना की और विरुधाचलम और ऋषिवंडियम निर्वाचन क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करते हुए दो बार विधानसभा के सदस्य के रूप में कार्य किया.

एक्टर विजयकांत विपक्ष के नेता भी रहे
एक्टर विजयकांत राजनीतिक करियर उस समय चरम पर था जब वह 2011 से 2016 तक तमिलनाडु विधानसभा में विपक्ष के नेता बने. हाल के वर्षों में, विजयकांत का स्वास्थ्य खराब रहा जिस कारण उन्हें अस्पताल के चक्कर लगाने पड़े. यही वजह है कि उन्हें सक्रिय राजनीतिक भागीदारी से पीछे हटना पड़ा.