एक सनम बेवफा की लव स्टोरी: Sanam Bewafa Love Story in Hindi

एक दिन हम सभी दोस्त एक साथ बैठकर बातचीत कर रहे थे। तभी आर्यन अपनी bewafa love story के बारे में बताने लग जाता है। पहले आर्यन की लव स्टोरी मुझे काफी रोमांटिक लगी लेकिन पूरी सुनने के बाद मेरी आंखों से आंसू निकल आए। उसकी रोमांटिक स्टोरी होने के साथ-साथ काफी दुख भरी कहानी निकली थी। तो आज मैं आप सभी के लिए शानदार सैड लव स्टोरी को लेकर आया हूं जो आपको जरुर पसंद आएगी |

सनम बेवफा शोर्ट लव स्टोरी इन हिंदी: Bewafa Sanam Sad Bewafa love Story

बात लगभग 1 साल पहले की है जब आर्यन आगे की पढ़ाई करने के लिए जयपुर शहर चला जाता है। वहां पर आर्यन के मामा – मामी रहते थे। वह अपने इन रिश्तेदारों के पास पहुंच जाता है और उनके माध्यम से ही कॉलेज में एडमिशन ले लेता है। पहली बार बड़े शहर में जाने की वजह से आर्यन वहां की चीजों से बिल्कुल अनजान था। आर्यन के मौसा जी के पास वाले मकान से ही एक लड़की उसी कॉलेज में पढ़ाई करने जाती थी। इस लड़की का नाम भावना था।

आर्यन भी उस लड़की के साथ-साथ रोजाना कॉलेज जाता था। वह पढ़ाई में काफी होशियार था। धीरे-धीरे आर्यन कॉलेज के साथ-साथ शहर की चीजों से रूबरू होता चला गया। पढ़ाई में होशियार होने की वजह से कई लड़कियां उससे इंप्रेस हुआ करती थी, लेकिन आर्यन अपनी पढ़ाई के अलावा किसी की भी तरफ ध्यान नहीं देता था।

एक दिन ऐसा हुआ कि कई सारी लड़कियां आर्यन की क्लास के अंदर पहुंच जाती है और उससे बातचीत करने लग जाती है। आर्यन गांव का लड़का होने की वजह से उनसे बात करने में उसे काफी शर्म आ रही थी। आर्यन के किसी भी प्रकार के कोई जवाब नहीं देने के कारण सभी लड़कियां उससे छेड़छाड़ करने लग जाती है। इस छेड़-छाड़ के  वजह से आर्यन बहुत ज्यादा ही दुखी सा हो जाता है और तुरंत वहां से चला जाता है।

अगले दिन आर्यन, भावना के साथ कॉलेज जा रहा था तभी वह उससे से पूछती हैं – कल इतनी सारी लड़कियां आपका मजाक क्यों बना रही थी? जिस पर आपने कोई भी जवाब नहीं दिया। आर्यन ने कहा – मुझे सिर्फ पढ़ाई करने के लिए मेरे माता-पिता ने यहां भेजा है।

भावना कहती है – इतना भी चुप मत रहो कि हर कोई आप को बेवकूफ समझने लगे। बातों ही बातों में दोनों कॉलेज पहुंच जाते हैं।

एक सनम बेवफा की लव स्टोरी Sanam Bewafa Love Story in Hindi

कॉलेज पहुंचने के बाद भावना आर्यन को लेकर उन लड़कियों के पास चली जाती है और उन सभी लड़कियों से बुरा-भला कहने लगती है। भावना स्वभाविक रूप से काफी तेज थी, जिसकी वजह से उससे लड़के भी डरते थे। सभी लड़कियों ने आर्यन से माफी मांगी और वहां से चली गई। भावना तथा आर्यन दोनों एक ही कॉलेज में पढ़ने की वजह से दोस्त बने हुए थे।

भावना के बार-बार कहने पर आर्यन भी अब कॉलेज में कम डरने लग गया। अब वह लड़कियों से भी बातचीत करता रहता था और भावना के डर से सभी छात्र आर्यन की इज्जत किया करते थे। एक दिन कॉलेज में सांस्कृतिक प्रोग्राम रखा गया था। सभी लोग सुबह-सुबह कॉलेज पहुंच गए इधर भावना और आर्यन भी कॉलेज पहुंच जाते हैं। कॉलेज में प्रवेश करते ही आर्यन की नजर एक लड़की पर पड़ती है।

वह लड़की देखने में बहुत सुंदर थी और बातें करने के दौरान उसके गालों पर डिंपल पड़ते थे। आर्यन उस लड़की को
देखता ही रह जाता है। काफी देर टकटकी लगाए उस लड़की को ही देखता रहता है। वह लड़की आर्यन की तरफ आती हुई दिखाई देती है तो वह अपनी नजरें नीचे झुका लेता है। नजरें उठाकर आर्यन ने देखा कि भावना तथा वह लड़की एक दूसरे से बातें कर रही है। उस लड़की के चले जाने के बाद आर्यन ने भावना से उसका नाम पूछा।

तब भावना ने कहा – आपको उस लड़की से क्या काम है?

तब आर्यन ने कहा – बस ! वैसे ही पूछ रहा हूं।

इतने में भावना कहती है – मुझे लगता है! वो लड़की आपको बहुत पसंद आ गई है।

आर्यन अपनी नजरें नीची कर लेता है और चुपचाप खड़ा रहता है। आर्यन की हरकतें देखकर भावना समझ चुकी थी कि वह उस लड़की को पसंद करने लग गया है।

तभी भावना आर्यन तथा उस लड़की की एक दूसरे से मुलाकात करवा देती है। आर्यन ने सबसे पहले उस लड़की का नाम पूछा तो उसने अपना नाम दिव्या बताया। आर्यन उससे बातें करके मन ही मन काफी खुश हो रहा था क्योंकि पहली बार इतनी सुंदर लड़की उससे बातचीत कर रही है। एक दूसरे से बातचीत हो जाने के बाद दिव्या वहां से चली जाती है, लेकिन आर्यन पूरी तरह से उसका दीवाना हो चुका था।

दिव्या के जाने के बाद भी आर्यन उसे ही देख रहा था।तभी अचानक दिव्या पीछे मुड़कर देखती है और आर्यन की तरफ मुस्कुरा कर चली जाती है। अब तो आर्यन पूरी तरह से उसका दीवाना हो गया था लेकिन कहने की हिम्मत नहीं कर पा रहा था। इसलिए उसने सोचा क्यों ना भावना को सब कुछ बताया जाए। इसी बीच भावना के पास पहुंच जाता है और सारी बातें बता देता है।

आर्यन ने भावना से कहा –
दिव्या आपको कैसी लगती है
?

भावना ने जवाब दिया –
अच्छी लगती है
, लेकिन इन सब
बातों से तुमको क्या काम है
?

आर्यन ने कहा – कुछ भी
नहीं वैसे ही पूछ रहा हूं।

भावना ने कहा – ज्यादा
भोला मत बनो! मुझे सब कुछ पता है कि तुम दिव्या को पसंद करते हो। ‌

इस बात को सुनकर वह इस
चुपचाप खड़ा रहता है
, इतने में ही
भावना जवाब देती है – कोई बात नहीं ! मैं दिव्या से बात करूंगी।

थोड़ी देर बाद भावना दिव्या के पास पहुंच जाती है और आर्यन की ओर इशारा करते हुए बातें करती है। आर्यन समझ चुका था कि भावना दिव्या को उसके बारे में बता रही है। लगभग 3 दिन बाद अचानक आर्यन के पास दिव्या का कॉल आता है और वह उससे मिलने के लिए कहती है। दोनों मिलने के लिए एक जगह चुन लेते हैं और शनिवार शाम  का दिन मिलने के लिए तय करते है।

रविवार के दिन आर्यन जल्दी तैयार होकर उस पार्क में पहुंच जाता है। जहां पर पहले से ही दिव्या उसका इंतजार कर रही थी। दिव्या को पहले से ही वहां देखकर वह इस काफी खुश होता है और उससे बातचीत करने लग जाता है। ‌पहले मिलने के कारण दोनों रोमांटिक बातें करने लगते हैं। बहुत देर बातचीत करने के बाद दिव्या वहां से जाने की कहती है लेकिन आर्यन कुछ समय के लिए उसे रोक लेता है।

कई दिनों तक मिलते रहने के कारण दिव्या तथा आर्यन एक दूसरे को बहुत प्यार करते थे और दोनों किसी भी हालात में एक दूसरे से दूर नहीं रहना चाहते थे। ‌लेकिन एक दिन आर्यन की जिंदगी में एक ऐसा मोड़ आया जिसने सब कुछ मिटा दिया। उस दिन आर्यन और भावना पहले की तरह एक साथ कॉलेज जा रहे थे। कॉलेज जाते समय दोनों को दिव्या ने देख लिया वो अचंभित हो गई और वो आर्यन से बहुत नाराज हो गई।

दिव्या को लगा कि आर्यन तथा भावना एक दूसरे से पहले से ही प्यार करते हैं और मुझे बेवकूफ बनाया है। इस बात को लेकर भावना के दिमाग में कई सारे विचार आते हैं और जिसके बाद वह आर्यन का चेहरा भी नहीं देखना चाहती थी। आर्यन और भावना दोनों हंसी मजाक करते हुए कॉलेज पहुंच जाते हैं। क्योंकि काफी दिनों से एक साथ रहते हुए दोनों बहुत जिगरी दोस्त थे और एक दूसरे की सारी बातें शेयर करते रहते थे।

इस बात का आर्यन को बिल्कुल भी पता नहीं था कि दिव्या इस गलतफहमी की वजह से नाराज हो जाएगी। आर्यन कॉलेज पहुंचने के बाद दिव्या के पास चला जाता है। दिव्या आर्यन को आते हुए देखकर वहां से उठकर जाने लगती है, तो आर्यन उसका हाथ पकड़ कर उसको रोक लेता है। आर्यन ने दिव्या को बिठाकर समझाया कि भावना सिर्फ मेरी एक दोस्त है। इसके अलावा भावना से मेरा कोई भी रिश्ता नहीं है।

दिव्या इस बात को मानने को तैयार नहीं थी कि भावना और आर्यन के बीच सिर्फ दोस्ती का ही रिश्ता है। काफी देर समझाने के बाद दिव्या आर्यन को एक जोर का थप्पड़ जड़कर वहां से चली जाती है। आर्यन चुपचाप वहां पर बैठा ही रह जाता है। इसके बाद आर्यन ने कई बार दिव्या को मनाने की कोशिश की लेकिन दिव्या कोई भी बात सुनने को तैयार ही नहीं थी। समय बीतता गया और दोनों के बीच दूरियां पैदा हो गई और एक दूसरे से बिल्कुल ही अनजान की तरह
व्यव्हार करने लगे।

बिना किसी बात को लेकर दिव्या के दूर हो जाने के कारण आर्यन तनाव में रहने लगा। कॉलेज जाना भी कम कर दिया और अपनी पढ़ाई पर भी ध्यान देना बंद कर दिया। ‌हमेशा दिव्या के बारे में ही सोचता रहता था।‌ देर रात तक जागने तथा समय पर ना सोने की वजह से आर्यन का मानसिक स्वास्थ्य खराब हो जा रहा था। वह हमेशा एक ही बात सोचता था कि दिव्या ने एक मामूली सी गलतफहमी की वजह से हमारे प्यार को तोड़ दिया।

इस बात का पता भावना को चल जाता है तो सीधे दिव्या के पास पहुंच जाती है और आर्यन के हालात के बारे में बताती है। लेकिन दिव्या आर्यन से मिलने के लिए मना कर देती है। इतनी बात सुनकर भावना काफी नाराज हो जाती है और वह अपने स्कूटर स्टार्ट करके आर्यन के पास पहुंच जाती है। भावना आर्यन के लिए कुछ मेडिकल ट्रीटमेंट के अलावा फल भी लेकर गई थी। आर्यन को मानसिक परेशानी से उबारने के लिए भावना पूरी कोशिश करती रहती है।

पूरी तरह से ठीक हो जाने के बाद आर्यन, भावना को धन्यवाद कहकर वापस अपने गांव आ जाता है। लेकिन गांव आने के बाद भी वह कभी-कभी दिव्या को याद करके बहुत दुखी हो जाता है। क्योंकि जीवन में पहली बार जिस लड़की से प्यार किया उसी ने छोटी सी गलतफहमी की वजह से सारा रिश्ता तोड़ दिया। एक गलतफहमी के मोड़ ने आर्यन के हंसते जीवन को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया।

हम सभी अच्छी तरह से जानते है कि इस संसार में कई ऐसे प्रेमी-जोड़े हैं, जिनको एक छोटी सी गलतफहमी की वजह से एक-दूसरे से दूर होना पड़ गया। इसलिए जीवन में कभी भी किसी भी प्रकार का फैसल लेने से पहले बार-बार- सोचना चाहिए की, मैंने जो फैसला लिया है इस फैसले की वजह से किसी दूसरे इंसान की जिंदगी संवर भी सकती है या बर्बाद भी हो सकती है। इस कारण अपने जीवन में हमेशा किसी भी प्रकार का फैसला लेने से पहले उसके बारे में 100 बार जरूर सोचना चाहिए।

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