पुंछ आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान में हड़कंप
जम्मू और कश्मीर के पुंछ में हाल ही में हुआ आतंकी हमला, जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों की जान गई, ने पाकिस्तान को हिला कर रख दिया है। भारत सरकार के कड़े रुख और निर्णायक कार्रवाई के संकेतों से पाकिस्तान साफ़ तौर पर घबरा गया है। जवाब में, पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर बार-बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया है, जिससे उसकी हताशा और बौखलाहट साफ झलकती है।
चार रातों तक बिना उकसावे के गोलीबारी
24 अप्रैल से 27 अप्रैल 2025 तक, पाकिस्तानी सेनाओं ने लगातार चार रातों तक कुपवाड़ा और पुंछ सेक्टरों में एलओसी पर बिना किसी उकसावे के गोलीबारी की। ताज़ा घटना 27-28 अप्रैल की रात को हुई, जब रामपुर और तुतमारी गली सेक्टरों में हल्के हथियारों से फायरिंग की गई। हर बार, भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब देते हुए पाकिस्तान की उकसावे की कोशिशों को नाकाम किया।
भारत की कार्रवाई के डर से कांप रहा है पाकिस्तान
पाकिस्तान को अच्छी तरह से पता है कि पुंछ हमले के बाद भारत चुप नहीं बैठेगा। बालाकोट एयरस्ट्राइक या पुलवामा हमले की तरह एक बड़े जवाबी कार्रवाई के डर से पाकिस्तान अब एलओसी पर तनाव बढ़ाकर ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहा है। लेकिन भारत की नीति स्पष्ट है—आतंकवाद को हर हाल में जड़ से खत्म किया जाएगा।
पाकिस्तान के खिलाफ भारत की निर्णायक कार्रवाई
हमले के जवाब में, भारत ने पाकिस्तान पर दबाव बनाने के लिए कई साहसिक कदम उठाए हैं:
- इंडस वॉटर ट्रीटी को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया।
- अटारी इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट को बंद कर दिया गया।
- दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संघ (SAARC) वीज़ा छूट योजना के तहत पाकिस्तानी नागरिकों के भारत आने पर प्रतिबंध लगाया गया।
- भारत में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़ने के लिए 48 घंटे की समय सीमा दी गई।
भारत की ये ठोस और सख्त कार्रवाइयां यह दर्शाती हैं कि वह आतंकवाद के खिलाफ कोई समझौता नहीं करेगा और पाकिस्तान को उसकी हरकतों के लिए ज़िम्मेदार ठहराएगा।