झारखंड सरकार ने राज्य के छोटे और सीमांत किसानों को मजबूत बनाने के लिए एक ऐतिहासिक कदम उठाया है—मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना। इस योजना के तहत किसानों को हर साल ₹5,000 प्रति एकड़ की आर्थिक सहायता दी जाती है। और सबसे खास बात—यह पैसा सीधे आपके बैंक खाते में आता है, ताकि आपको किसी बिचौलिए या साहूकार पर निर्भर न रहना पड़े।
योजना क्यों खास है?
किसानों की सबसे बड़ी समस्या खेती के मौसम में बीज, खाद, कीटनाशक और मजदूरी का खर्च उठाना होती है। अगर पैसे समय पर न मिलें, तो खेती पर बुरा असर पड़ता है। इस योजना से किसान बिना कर्ज लिए अपनी खेती समय पर शुरू कर पाते हैं, जिससे पैदावार और आमदनी दोनों बढ़ती हैं।
पात्रता (Eligibility)
अगर आप इस योजना का फायदा उठाना चाहते हैं, तो आपको यह शर्तें पूरी करनी होंगी:
- झारखंड के स्थायी निवासी हों।
- छोटे या सीमांत किसान हों (1–5 एकड़ जमीन)।
- आपके पास जमीन का रसीद/खतियान हो।
- बैंक खाता आधार से लिंक हो।
कैसे मिलेगा फायदा? (Application Process)
- ऑनलाइन तरीका – CSC केंद्र या कृषि विभाग की वेबसाइट पर जाकर फॉर्म भरें।
- ऑफलाइन तरीका – अपने ब्लॉक/प्रखंड कार्यालय में आवेदन करें।
- ज़रूरी दस्तावेज – आधार कार्ड, बैंक पासबुक, जमीन के कागजात, पासपोर्ट साइज फोटो।
एक बार आपका आवेदन स्वीकृत हो जाने पर, तय राशि सीधे आपके बैंक खाते में ट्रांसफर हो जाएगी।
किसानों के लिए फायदे
- आर्थिक मजबूती – खेती के लिए तुरंत पैसा।
- कर्ज़ से मुक्ति – साहूकारों पर निर्भरता खत्म।
- पैदावार में वृद्धि – समय पर बुवाई और बेहतर उत्पादन।
सरकार का लक्ष्य
झारखंड सरकार चाहती है कि आने वाले वर्षों में राज्य के सभी पात्र किसानों को इस योजना से जोड़ा जाए, ताकि गांव-गांव में खुशहाल खेती और मजबूत किसान का सपना पूरा हो सके।