गाजा पट्टी में इजरायली हवाई हमलों का कहर जारी है। बीते दो रातों में हुए हमलों में अब तक 120 लोगों की जान जा चुकी है, जिनमें से 54 लोग दक्षिणी गाजा के शहर खान यूनिस में मारे गए।
इन हमलों की वजह से गाजा का एकमात्र कैंसर अस्पताल – यूरोपियन हॉस्पिटल खान यूनिस – पूरी तरह से बंद हो गया है। इसके साथ ही करीब 10 लाख लोग गंभीर भूखमरी की स्थिति का सामना कर रहे हैं।
हमलों का ताजा घटनाक्रम
स्थानीय बचाव दलों के अनुसार, इजरायल ने बुधवार और गुरुवार को गाजा के उत्तरी और दक्षिणी हिस्सों में भीषण बमबारी की, जिसमें 70 से ज्यादा लोगों की मौत हुई। केवल बुधवार रात को खान यूनिस में 54 लोग मारे गए।
गाजा की स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि बीते 24 घंटों में कुल 82 शव अस्पतालों में लाए गए हैं।

इंसानी मदद बंद, भूख से तड़पते लोग
इजरायल ने 2 मार्च से गाजा में मानवीय सहायता पर रोक लगा रखी है। उसका कहना है कि जब तक हमास कुछ रियायतें नहीं देता, सहायता शुरू नहीं की जाएगी। हमास ने कहा है कि बातचीत की न्यूनतम शर्त मानवीय मदद की बहाली है।
आईपीसी (Integrated Food Security Phase Classification) की रिपोर्ट के अनुसार, गाजा में करीब 5 लाख लोग भुखमरी की कगार पर हैं और 10 लाख लोगों को खाने के लिए पर्याप्त भोजन नहीं मिल पा रहा।
हालांकि, इजरायली सरकार के प्रवक्ता डेविड मेंसर ने भूख की बात को खारिज करते हुए कहा कि हमास ही खाने का सामान रोककर बैठा है।
अस्पताल और रास्ते तबाह
कैंसर मरीजों के इलाज के लिए गाजा में केवल यूरोपियन हॉस्पिटल खान यूनिस था, जो अब काम नहीं कर रहा है। हवाई हमलों में अस्पताल को भारी नुकसान पहुंचा है और आसपास की सड़कें भी तबाह हो गई हैं, जिससे वहां पहुँचना भी नामुमकिन हो गया है।
संघर्ष की शुरुआत और वर्तमान हालात
यह युद्ध 7 अक्टूबर 2023 को शुरू हुआ, जब हमास ने इजरायल पर हमला किया और 1,200 लोगों की हत्या कर दी। जवाब में इजरायल ने गाजा पर सैन्य कार्रवाई शुरू की, जिसमें अब तक 53,000 से अधिक फिलीस्तीनी मारे जा चुके हैं।
18 मार्च को युद्धविराम टूटने के बाद से 3,000 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है।
हमास ने अब भी अक्टूबर 7 के हमले में लिए गए 250 बंधकों में से 58 को पकड़ रखा है, जिनमें से 23 के अब भी जीवित होने की आशंका है।
अमेरिकी राष्ट्रपति का दौरा और उम्मीदें
इस बीच, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप मध्य पूर्व दौरे पर हैं और कई खाड़ी देशों की यात्रा कर रहे हैं। हालांकि, वे इजरायल नहीं गए हैं। इस दौरे से उम्मीद जताई जा रही है कि युद्धविराम या मानवीय सहायता की बहाली की दिशा में कोई पहल हो सकती है।
इजरायल का रुख सख्त
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हाल ही में कहा था कि गाजा में सैन्य कार्रवाई और तेज की जाएगी। उनका साफ कहना है कि “हमास का समूल नाश” उनका अंतिम लक्ष्य है।