📢 मई 2025 में सिंगापुर, हांगकांग और थाईलैंड में कोरोना के मामले अचानक तेज़ी से बढ़ने लगे हैं। इसका मुख्य कारण माना जा रहा है Omicron का नया रूप — JN.1 और इसके सब-वेरिएंट LF.7 और NB.1.8। ये पहले के वेरिएंट्स से ज़्यादा तेजी से फैलते हैं और संक्रमण के मामले काफी बढ़ा रहे हैं।
🔬 क्या है नया वेरिएंट?
- JN.1: ये Omicron BA.2.86 का ही बदला हुआ रूप है। इसे WHO ने दिसंबर 2023 में “Variant of Interest” कहा था।
- LF.7 और NB.1.8: ये JN.1 के ही सब-वेरिएंट हैं और सिंगापुर में ज़्यादातर केस इन्हीं की वजह से सामने आ रहे हैं।
🤒 नए वेरिएंट के लक्षण
इन वेरिएंट्स से संक्रमित लोगों में ये लक्षण देखे जा रहे हैं:
Table of Contents
Toggle- बुखार
- सूखी खांसी
- गले में खराश
- थकान
- नाक बंद होना
- मिचली या उल्टी
- ब्रेन फॉग (सोचने में धुंधलापन)
- कंजंक्टिवाइटिस (आंखों में जलन)
📊 अभी की स्थिति
- सिंगापुर: मई की शुरुआत में केस 11,100 से बढ़कर 14,200 तक पहुंच गए। अस्पताल में भर्ती भी बढ़े हैं।
- हांगकांग: जहां मार्च में सिर्फ 33 केस थे, वहीं मई 10 तक ये आंकड़ा 1,000 से ऊपर पहुंच गया।
- थाईलैंड: 2025 में अब तक 71,000 से ज़्यादा केस और 19 मौतें रिपोर्ट की गई हैं।
🛡️ कैसे बचें इस नए खतरे से?
- लक्षण दिखें तो आइसोलेट हो जाएं: टेस्ट का इंतज़ार न करें। बुखार खत्म होने के 24 घंटे बाद और लक्षणों के कम होने पर ही बाहर निकलें।
- मास्क पहनें: खासकर भीड़भाड़ वाली जगहों पर और घर में बुजुर्ग हों तो ज़रूर।
- बूस्टर डोज़ लें: बुजुर्ग और जिनकी इम्युनिटी कमजोर है, उन्हें ज़रूर बूस्टर लगवाना चाहिए।
- साफ़-सफाई रखें: बार-बार हाथ धोएं और घर की हवा को ताज़ा बनाए रखें।
🇮🇳 भारत की स्थिति कैसी है?
फिलहाल भारत में कोरोना के मामलों में कोई बड़ी बढ़ोतरी नहीं दिखी है, लेकिन एक्सपर्ट्स का मानना है कि एशिया में हालात देखते हुए सतर्कता ज़रूरी है।