15 मई 2024 – भारतीय फुटबॉल के सितारे और राष्ट्रीय टीम के Captain Sunil Chhetri ने अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल से संन्यास लेने की घोषणा की है। 15 मई को उन्होंने अपने फैसले की जानकारी दी। सुनील छेत्री ने अपने करियर में कई कीर्तिमान स्थापित किए हैं। उनके संन्यास की खबर ने फुटबॉल प्रेमियों के दिलों में उदासी भर दी है।
Record-breaking India captain Sunil Chhetri to quit international football
Captain Sunil Chhetri: शानदार करियर
सुनील छेत्री ने भारतीय फुटबॉल को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। उन्होंने 2005 में अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत की थी। तब से लेकर अब तक उन्होंने भारतीय टीम के लिए 125 मैच खेले। इस दौरान उन्होंने 84 गोल किए। यह किसी भी भारतीय खिलाड़ी द्वारा सबसे ज्यादा गोल हैं। छेत्री का नाम फुटबॉल जगत में सम्मान से लिया जाता है।
उपलब्धियां और कीर्तिमान
छेत्री ने अपने करियर में कई महत्वपूर्ण टूर्नामेंट्स में हिस्सा लिया। उन्होंने एशियाई कप, सैफ चैम्पियनशिप, और नेहरू कप में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया। उनके नेतृत्व में भारत ने 2008, 2011, और 2015 में सैफ चैम्पियनशिप जीती। सुनील छेत्री ने 2019 के एशियाई कप में भी शानदार प्रदर्शन किया।
संन्यास का निर्णय
सुनील छेत्री ने कहा कि यह उनके लिए एक मुश्किल फैसला था। उन्होंने अपने करियर को विराम देने का फैसला अपनी टीम और अपने परिवार से बातचीत के बाद लिया। छेत्री ने कहा कि अब समय है कि युवा खिलाड़ी आगे बढ़ें और भारतीय फुटबॉल को नई ऊंचाइयों पर ले जाएं। उन्होंने कहा कि वह हमेशा भारतीय फुटबॉल के साथ जुड़े रहेंगे और खिलाड़ियों को प्रेरित करते रहेंगे।
फुटबॉल प्रेमियों की प्रतिक्रिया
सुनील छेत्री के संन्यास की खबर ने फुटबॉल प्रेमियों को आश्चर्यचकित कर दिया। सोशल मीडिया पर लोग उन्हें धन्यवाद दे रहे हैं और उनके करियर की तारीफ कर रहे हैं। फुटबॉल प्रेमियों का मानना है कि छेत्री ने भारतीय फुटबॉल को एक नई पहचान दी है। उनकी कमी को पूरा करना मुश्किल होगा।
भविष्य की योजनाएं
सुनील छेत्री ने अभी अपने भविष्य की योजनाओं के बारे में खुलासा नहीं किया है। लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि वह फुटबॉल से जुड़े रहेंगे। वह युवा खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देने और फुटबॉल के विकास के लिए काम कर सकते हैं। छेत्री का अनुभव और मार्गदर्शन भारतीय फुटबॉल के लिए अनमोल साबित हो सकता है।
छेत्री का संदेश
सुनील छेत्री ने अपने संन्यास की घोषणा करते हुए अपने प्रशंसकों को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि वह अपने करियर के हर पल को संजो कर रखेंगे। उन्होंने अपने टीम के साथियों और कोचों का भी आभार व्यक्त किया। छेत्री ने कहा कि वह हमेशा भारतीय फुटबॉल के साथ रहेंगे और अपने देश की सेवा करते रहेंगे।
निष्कर्ष
सुनील छेत्री का संन्यास भारतीय फुटबॉल के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ है। उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। छेत्री ने अपनी मेहनत, समर्पण और नेतृत्व से भारतीय फुटबॉल को नई दिशा दी। अब समय है कि युवा खिलाड़ी उनके पदचिन्हों पर चलकर भारतीय फुटबॉल को और आगे ले जाएं। सुनील छेत्री का नाम भारतीय फुटबॉल इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा।