Jharkhand New CM Champai soren: चंपई सोरेन बने झारखंड के मुख्यमंत्री, आलमगीर आलम और सत्यानंद भोक्ता ने भी ली शपथ

Jharkhand New CM: चंपई सोरेन ने झारखंड के 12वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. आपको बता दें कि झारखंड में नया सीएम बनाने की कोशिशें तब शुरू हुईं जब कथित भूमि घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने हेमंत सोरेन को गिरफ्तार कर लिया.

Ranchi: चंपई सोरेन झारखंड के नये मुख्यमंत्री बन गये हैं. उन्होंने रांची राजभवन में एक समारोह में राज्य के 12वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। चंपई सोरेन के साथ कांग्रेस नेता आलमगीर आलम ने भी पद और गोपनीयता की शपथ ली. उनके साथ ही राज्यपाल ने राजद के सत्यानंद भोक्ता को भी कैबिनेट मंत्री पद की शपथ दिलायी. आपको बता दें कि चंपई और गठबंधन नेताओं ने गुरुवार को राज्यपाल सीपी राधाकृष्ण के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश किया था. इस बार राज्यपाल ने उन्हें राज्य में नई सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया था. चंपई को 10 दिन के अंदर बहुमत साबित करना होगा.

यहां यह भी बता दें कि राज्यपाल के निमंत्रण से पहले भी चंपई सोरेन ने राज्यपाल से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश किया था. चंपई सोरेन का दावा है कि उनके पास 47 विधायकों का समर्थन है. विधायक दल का नेता मनोनीत होने के बाद उन्होंने आदिवासियों और गरीबों के हक की लड़ाई जारी रखने की बात कही.

आपको बता दें कि झारखंड में नया सीएम बनाने की कोशिशें तब शुरू हुईं जब कथित भूमि घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने हेमंत सोरेन को गिरफ्तार कर लिया. हेमंत सोरेन ने पहले राजभवन जाकर सीएम पद से इस्तीफा दिया, फिर ईडी के गिरफ्तारी ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये.

हेमंत सोरेन के ईडी की हिरासत में जाने के बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा और गठबंधन में शामिल दलों ने चंपई सोरेन को विधायक दल का नेता चुना. इसके बाद उन्होंने राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा किया.

कौन हैं चंपई सोरेन?

68 वर्षीय चंपई सोरेन का जन्म 1 नवंबर 1956 को सरायकेला खरसावां में हुआ था. आदिवासी परिवार में पले-बढ़े चंपई सोरेन को झारखंड मुक्ति मोर्चा के संस्थापक सदस्यों में से एक माना जाता है. 1995 में चंपई सोरेन पहली बार विधायक चुनकर बिहार विधानसभा पहुंचे. सरायकेला खरसावां सीट से विधानसभा में शामिल होने के बाद चंपई सोरेन ने लगातार अपना झंडा बुलंद रखा है. पूरा पढ़ें…

चंपई सोरेन को एक बार चुनावी हार का भी सामना करना पड़ा है. इसके बाद वह 1995 से लगातार विधायक हैं। साल 2000 को छोड़ दें तो चंपई सोरेन साल 2005 में सरायकेला खरसावां से विधायक चुने गए और 2019 तक वह लगातार विधायक हैं।

चंपई सोरेन द्वारा चुनाव आयोग को सौंपी गई जानकारी के मुताबिक, चंपई सोरेन ने 1974 में मैट्रिक की परीक्षा पास की थी. आदिवासी परिवार में पले-बढ़े चंपई सोरेन के पास 2019 के लोकसभा चुनाव में 2 करोड़ रुपये से ज्यादा की चल संपत्ति है. हालांकि, हर चुनावी साल में उनकी संपत्ति में इजाफा हुआ है. 2009 के चुनाव में उन्होंने अपनी संपत्ति 45 लाख रुपये से ज्यादा बताई थी, जबकि 2014 के झारखंड विधानसभा चुनाव में उनकी संपत्ति की कीमत 1 करोड़ रुपये से ज्यादा थी.

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