Swami Vivekananda Jayanti 2024, Hindi Quotes : स्वामी विवेकानंद के ओजपूर्ण विचार हमेशा हर वर्ग, जाति और धर्म के लोगों को प्रेरित करते रहे हैं। आप नीचे दी गई तस्वीरो को शेयर कर स्वामी विवेकानंद के विचारों का अपनो के साथ साझा करें।
Swami Vivekananda Jayanti 2024, Hindi Quotes : कल 12 जनवरी को हमारे भारत के गौरव आध्यात्मिक गुरु स्वामी विवेकानंद की जयंती (जन्म दिन) है। स्वामी विवेकानंद देश करोड़ों युवाओं के प्रेरणास्रोत हैं इसलिए इनके जन्मदिन पर 12 जनवरी को देश में राष्ट्रीय युवा दिवस (National Youth Day 2024 ) के तौर पर मनाया जाता है। ये स्वामी विवेकानंद ही थे जिन्होंने विदेशों में भारतीय योग-वेदांत की शिक्षा और दर्शन को विदेशों में हमें ख्याति दिलवाई। स्वामी जी की बुद्धिमानी और उनके हाजिर जवाबी की पूरी दुनिया कायल थी। स्वामी विवेकानंद का असली नाम नरेंद्रनाथ दत्त था। बहुत छोटी उम्र में ही उनका झुकाव अध्यात्म की तरफ हो गया था। भारतीय दर्शन और अध्यात्मिक ज्ञान से इस दुनिया को रूबरू कराने का श्रेय स्वामी जी को ही जाता है। स्वामी विवेकानंद, श्री रामकृष्ण परमहंस के शिष्य थे। स्वामी विवेकानंद को 1893 में शिकागो में हुई विश्व धर्म सम्मेलन में भारत को विश्वपटल पर एक नई पहचान मिल गई थी।
स्वामी विवेकानंद के भावपूर्ण विचार हर वर्ग, जाति और धर्म केलोगों को हमेशा प्रेरित करते आ रहे हैं। इस निराशा से भरे जीवन को ऊर्जा से भर देने वाले उनके विचारों के वजह से ही स्वामी जी के जन्मदिन को देशभर में राष्ट्रीय युवा दिवस (National Youth Day 2024 ) के तौर पर मनाया जाता है। स्वामी विवेकानंद अपने शक्तिशाली व बातों और अपने विचारों से सामने वाले का नजरिया बदलने की क्षमता रखते थे। उनकी इसी प्रभावशाली आभा और दुनिया में भारत देश की एक अलग पहचान बनाने के लिए देश उन्हें उनकी जयंती पर नमन करता है। आज के दिन पर आप नीचे दी गई कुछ तस्वीरें को शेयर कर स्वामी विवेकानंद के विचारों का प्रचार प्रसार कर सकते हैं।
उठो, जागो, और तब तक मत रुको जब तक तुम अपने लक्ष्य को नहीं प्राप्त कर लेते।
दिन में कम से कम एक बार अपने आप से बात करें। अन्यथा आपने दुनिया के सबसे बुद्धिमान व्यक्ति से होने वाली मुलाकात को छोड़ रहे हो।
जब तक तुम अपने आप पर भरोसा नहीं कर सकते तब तक तुम्हें ईश्वर पर भरोसा नहीं हो सकता।
जो लोग आपकी मदद करते हैं उन्हें कभी मत भूलो। जो आपको प्यार करते हैं उनसे कभी घृणा न करो। जो लोग तुम पर भरोसा करते हैं उन्हें कभी भी धोखा न दो।
पढ़ने के लिए जरूरी है एकाग्रता, एकाग्रता के लिए जरूरी है ध्यान। ध्यान से ही हम इन्द्रियों पर संयम रखकर एकाग्रता प्राप्त कर सकते है।
अपने मस्तिष्क को ऊंचे विचारों और उच्चतम आदर्शों से भर दो। इसके बाद आप जो भी कार्य करेंगे वह महान होगा।
उस व्यक्ति ने अमरत्व प्राप्त कर लिया है, जो किसी सांसारिक वस्तु से व्याकुल नहीं होता।
कोई भी चीज, जो तुम्हें शारीरिक, मानसिक और धार्मिक रूप से कमजोर करती है, उसे जहर की भांति त्याग दो।
हम जो कुछ हैं वह अपने विचारों की देन हैं। इसलिए आप जो कुछ सोचो बहुत ही सावधानी पूर्वक सोचो। विचार के बाद ही शब्द आते हैं। विचार जिंदा रहता है और शब्द यात्रा करते हैं।
जितना बड़ा संघर्ष होगा, जीत उतनी ही शानदार होगी। जिस दिन आपके सामने समस्या न आए आप यकीन कर सकते हैं कि आप गलत रास्ते पर चल रहे हैं। खुद को कमजोर समझना ही सबसे बड़ा पाप है।